Punjab National Bank (PNB) ने अपने ग्राहकों के लिए एक महत्वपूर्ण अलर्ट जारी किया है। बैंक ने कहा है कि जिन खाताधारकों के खातों में लगातार तीन सालों तक कोई लेनदेन नहीं हुआ है और जिन खातों में शून्य बैलेंस है, उन खातों को बंद किया जा सकता है। यह कदम बैंक की सुरक्षा नीति और वित्तीय प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए उठाया गया है।
बैंक की इस योजना का उद्देश्य बेकार पड़े खातों का बंद कर उन्हें दुरुपयोग की स्थिति से बचाना है। यदि आप भी PNB के ग्राहक हैं और आपके खाते में लंबे समय से कोई गतिविधि नहीं हुई है, तो जरूरी है कि आप कुछ जरुरी कदम उठाएं।
इस लेख में हम आपको बताएंगे कि कौन-कौन से खाते बंद किए जा सकते हैं, इसके पीछे बैंक का मकसद क्या है, और आप अपने खाते को बंद होने से कैसे बचा सकते हैं।
PNB New Rule
PNB ने स्पष्ट किया है कि यदि कोई खाता तीन साल या उससे ज्यादा समय तक निष्क्रिय रहता है और उसमें शून्य या शून्य के समीप बैलेंस होता है, तो बैंक ऐसे खातों को बंद कर सकता है। यह नीति अप्रैल 2024 के अंत तक लागू की गई थी और अब इन खातों को बंद करने का काम शुरू हो चुका है।
इस नियम के अनुसार, जिन खाताधारकों ने समय पर अपना KYC (Know Your Customer) अपडेट नहीं कराया है और जिन खातों में तीन वर्ष से कोई लेनदेन नहीं हुआ है, उन खातों को बंद करने की प्रक्रिया पर बैंक ने काम शुरू कर दिया है।
बैंक ने पहले ही नोटिस जारी कर ग्राहकों को चेतावनी दी थी कि वे जल्द से जल्द KYC अपडेट कराएं और खाते में लेनदेन कर सक्रिय बनाए रखें।
यह बंदी मुख्य रूप से उन खातों पर लागू होती है जिनका कोई उपयोग नहीं हो रहा है और जिनमें पैसे भी जमा नहीं हैं। इसका मकसद खाता सुरक्षा सुनिश्चित करना और बैंकिंग सिस्टम में गैर-जरूरी जोखिम से बचना है।
कौन से खाते बंद नहीं किए जाएंगे?
PNB ने कुछ खास खातों को इस बंदी से बाहर रखा है। इनमें खाता धारक के नाम से जुड़े DEMAT खाते, लॉकर खाते, स्टूडेंट अकाउंट (कम उम्र के लिए) और जो खाते सरकारी योजनाओं जैसे APY, PMJJBY, PMSBY आदि से जुड़े हैं, वे इस नियम की सीमा में नहीं आते।
इसके अलावा, अगर आपके खाते में सक्रिय standing instructions हैं या खाते कोर्ट द्वारा फ्रीज किए गए हैं, तो वे खाते भी बंद नहीं होंगे। बैंक इस नियम के तहत केवल पत्तल खाते जिनमें न तो शेष राशि है और न ही कोई लेनदेन हो रहा है, को प्रभावित करता है।
खाते बंद होने से बचने के लिए क्या करें?
सबसे जरूरी कदम है अपने खाते को सक्रिय रखना। कम से कम एक बार सौदेबाजी, जमा या निकासी आदि कोई भी लेनदेन कराएं। इसके साथ ही अपने KYC दस्तावेज अद्यतित रखें और बैंक में जमा कराएं।
यदि आपने अभी तक KYC अपडेट नहीं कराया है, तो नजदीकी PNB शाखा में जाकर अपने पहचान पत्र (जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट) और पते का प्रमाण जमा कराएं। यह प्रक्रिया आपके खाते को बंद होने से बचा सकती है।
इतना ही नहीं, आप बैंक के मोबाइल ऐप या नेट बैंकिंग के माध्यम से भी अपने खाते की स्थिति जांच सकते हैं और सक्रियता सुनिश्चित कर सकते हैं। बैंक नियमित रूप से ऐसे खाताधारकों को सूचना भेजता है, इसलिए अलर्ट और मैसेज पर ध्यान देना भी जरूरी है।
अकाउंट बंद होने के बाद क्या होगा?
अगर आपका खाता बंद हो जाता है तो आप खाते को पुनः एक्टिवेट कर सकते हैं। इसके लिए आपको बैंक शाखा में जाकर खाते को पुनः सक्रिय करने के लिए KYC दस्तावेज़ जमा करना होगा।
ध्यान रखें कि खाते बंद होने के बाद बैंक खाते से जुड़ी कोई भी सुविधाएं जैसे डेबिट कार्ड या चेकबुक काम नहीं करेंगी। कई बार खाते बंद होने के बाद खाते में कोई धनराशि भी होती है तो उसे ग्राहक को वापस करने की प्रक्रिया शुरू की जाती है।
यह इसलिए जरूरी है ताकि आपके धन की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और बैंकिंग धोखाधड़ी के मामलों से बचा जा सके।
निष्कर्ष
Punjab National Bank ने अपने ग्राहकों को चेतावनी दी है कि यदि वे तीन वर्षों तक अपने खाते में कोई सक्रिय लेनदेन या KYC अपडेट नहीं करते हैं, तो उनका खाता बंद हो सकता है। यह कदम बैंकिंग सुरक्षा और ग्राहक हितों की रक्षा के लिए उठाया गया है।
आपको चाहिए कि आप अपने खाते की सक्रियता बनाए रखें, KYC अपडेट कराएं और नियमित लेनदेन करते रहें ताकि आपके खाते बंद न हों। इस प्रकार आप बैंकिंग सुविधाओं का लाभ निरंतर उठा पाएंगे और किसी भी असुविधा से बच सकेंगे।
PNB की यह नीति वित्तीय सुरक्षा को बढ़ावा देने और बैंकिंग प्रणाली की विश्वसनीयता को मजबूत बनाने के लिए आवश्यक है, इसलिए सभी ग्राहकों को इस नियम का ध्यान रखना चाहिए।