आधार कार्ड आज भारत में नागरिकों की पहचान का सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज बन चुका है। लगभग हर सरकारी और प्राइवेट सेवा में इसकी जरूरत पड़ती है, चाहे बैंकिंग हो, सरकारी योजनाएं या फिर बच्चों के स्कूल एडमिशन।
यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) समय-समय पर आधार से जुड़े नियमों में बदलाव करता रहता है ताकि सिस्टम पारदर्शी और सुरक्षित बना रहे। इसी क्रम में 2025 में UIDAI ने एक बड़ा ऐलान करते हुए आधार अपडेट के लिए सिर्फ 4 प्रमुख दस्तावेजों को मान्यता दी है।
इससे जहां फर्जीवाड़ा रुकेगा, वहीं आम लोगों को भी सटीक और तेज प्रक्रिया का फायदा मिलेगा। अब आधार कार्ड में नाम, पता, जन्मतिथि या अन्य जानकारी अपडेट करने के लिए इन्हीं तय दस्तावेजों की जरूरत होगी और अन्य दस्तावेज स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
Aadhaar Card New Update
UIDAI ने 2025-26 के लिए आधार अपडेट की प्रक्रिया को पूरी तरह सरल, त्वरित और पारदर्शी बनाने के लिए डॉक्युमेंट्स की लिस्ट को सीमित कर दिया है। अब आधार अपडेट के समय केवल ये चार प्रकार के दस्तावेज ही मान्य होंगे:
1. पहचान प्रमाण
इसमें वह दस्तावेज शामिल होते हैं, जिससे आपकी पहचान (नाम और फोटो) प्रमाणित हो सके। UIDAI की नई लिस्ट के मुताबिक केवल ये दस्तावेज मान्य होंगे:
- वैध भारतीय पासपोर्ट
- पैन कार्ड (e-PAN भी मान्य)
- वोटर आईडी कार्ड (EPIC)
- ड्राइविंग लाइसेंस
इनमें से कोई भी एक दस्तावेज पहचान के लिए लगाना जरूरी है।
2. पता प्रमाण
पते का प्रमाण देने के लिए केवल कुछ चुनिंदा दस्तावेज मान्य होंगे:
- बिजली/पानी/गैस/लैंडलाइन टेलीफोन बिल (तीन माह से कम पुराना)
- बैंक पासबुक/बैंक स्टेटमेंट
- राशन कार्ड
- वैध पासपोर्ट
- रजिस्टर्ड रेंट एग्रीमेंट
इन दस्तावेजों में आपके वर्तमान पते का स्पष्ट उल्लेख होना चाहिए।
3. जन्म तिथि प्रमाण
जन्म तिथि अपडेट या सही कराने के लिए अब सिर्फ ये दस्तावेज मान्य होंगे:
- स्कूल की मार्कशीट (सरकारी संस्था द्वारा जारी)
- पासपोर्ट
- केंद्र या राज्य सरकार का जन्म प्रमाणपत्र
- पेंशन दस्तावेज जिसमें जन्मतिथि दर्ज हो
इनमें से कोई एक दस्तावेज अनिवार्य होगा जब जन्मतिथि में सुधार या अपडेट की आवश्यकता हो।
4. रिश्ते का प्रमाण
यदि परिवार के सदस्य या बच्चों के आधार में माता-पिता या अभिभावक का नाम जोड़ना/अपडेट करना है, तो ये प्रमाण दें:
- सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस/राशन) कार्ड
- जन्म प्रमाण पत्र जिसमें माता-पिता का नाम हो
- राज्य/केंद्र सरकार, पीएसयू, बैंक द्वारा जारी परिवार/परिवारिक कार्ड
इनमें से कोई एक दस्तावेज रिश्ते के प्रमाण के लिए अनिवार्य है।
UIDAI के अन्य निर्देश और ऑनलाइन प्रक्रिया
UIDAI के नए नियमों के तहत, अब हर 10 साल में एक बार पहचान और पते संबंधी दस्तावेज अपडेट करना अनिवार्य हो गया है, खासकर उन खाताधारकों के लिए जिनका आधार 10 वर्ष से अधिक पुराना है और अब तक कोई अपडेट नहीं हुआ है।
आधार अपडेट की ऑनलाइन सुविधा भी अब विस्तार दी गई है। myAadhaar पोर्टल पर लॉग इन करके आप दस्तावेज़ की स्कैन कॉपी अपलोड कर सकते हैं, और प्रक्रिया पूरी होने के बाद नया ई-आधार डाउनलोड किया जा सकता है। ऑफलाइन अपडेट के लिए आधार सेवा केंद्र पर जाकर ये दस्तावेज़ देना अनिवार्य होगा।
UIDAI की इस घोषणा के अनुसार, यदि किसी के पास दो आधार नंबर हैं, तो सिर्फ पहला यानी बायोमेट्रिक डिटेल्स से जुड़ा आधार ही मान्य रहेगा। बाकी अतिरिक्त आधार स्वतः अमान्य कर दिए जाएंगे।
नई लिस्ट क्यों लागू की गई?
UIDAI ने चार तरह के प्रमुख डॉक्युमेंट्स की अनिवार्यता इसलिए तय की है ताकि फर्जी या डुप्लीकेट आधार बनाने पर रोक लगे और नागरिकों की पहचान एवं डेटा की सुरक्षा और मजबूत हो सके।
इससे प्रक्रिया तेज, पारदर्शी और केंद्रित हो जाती है, जिससे सार्वजनिक सेवाओं में आधार के ज़रिए पहचान में गड़बड़ी ना हो और हर नागरिक का डेटा सुरक्षित रहे।
निष्कर्ष
2025 से आधार अपडेट के लिए UIDAI की नई लिस्ट के मुताबिक सिर्फ चार प्रमुख दस्तावेजों (पहचान, पता, जन्मतिथि और संबंध प्रमाण) में से ही प्रमानपत्र लगाना अनिवार्य है। जिनका आधार कार्ड 10 साल से अधिक पुराना है या किसी बदलाव के लिए आवेदन करना है, वे इन दस्तावेज़ों को तैयार रखें।
नई व्यवस्था से आपके आधार की सुरक्षा, सही जानकारी और सरकारी सेवाओं में भरोसा और मजबूत होगा। अब आधार अपडेट कराना पहले से अधिक आसान, सुरक्षित और फास्ट हो गया है – बस नियमों का पालन करें और सिर्फ मान्य डॉक्युमेंट्स ही लगाएं।