अगस्त 2025 के महीने में पेट्रोल, डीजल और एलपीजी गैस की कीमतों को लेकर लोगों के चेहरों पर राहत देखने को मिल रही है। देशभर में पिछले कई महीनों से ईंधन के दाम लगातार ऊपर जा रहे थे, जिससे आम जनता के घरेलू बजट, ट्रांसपोर्टेशन, और उद्योगों पर भारी असर पड़ रहा था।
अब सरकार और तेल कंपनियों द्वारा की गई मूल्य समीक्षा के बाद अगस्त की शुरुआत से पेट्रोल और डीजल के दामों में कटौती की गई है, जिससे हर वर्ग के लोगों को सस्ता ईंधन मिलने की उम्मीद जगी है।
पेट्रोल, डीजल व एलपीजी की कीमतें इंटरनेशनल मार्केट के उतार-चढ़ाव, सरकार की टैक्स नीति और कंपनियों के प्राइस मैनेजमेंट के कारण बदलती रहती हैं। अगस्त में कई शहरों में रेट कम होने पर लोगों ने राहत की सांस ली है। इस बदलाव का असर न केवल निजी वाहन चालक बल्कि ट्रांसपोर्ट, किसान और कारोबारी वर्ग पर भी दिखाई पड़ रहा है।
इस लेख में आपको बताएंगे कि अगस्त 2025 के दौरान पेट्रोल, डीजल और एलपीजी के ताजा रेट्स क्या हैं, कौन से शहर में कितना फर्क आया है, और रेट में कमी के पीछे क्या कारण हैं।
Petrol Diesel LPG Rates
अगस्त महीने में भारत के कई प्रमुख शहरों में पेट्रोल की कीमतों में ₹1.00 से ₹2.50 प्रति लीटर तक की कमी दर्ज की गई है। दिल्ली में पेट्रोल अब ₹95.50 प्रति लीटर के आसपास बिक रहा है, जबकि पहले यह ₹97 तक पहुंच गया था।
मुंबई में पेट्रोल की नई कीमत ₹104.60 प्रति लीटर है, जो पिछले महीने की तुलना में ₹1.60 कम है। बेंगलुरु, चेन्नई, अहमदाबाद और कोलकाता जैसे शहरों में भी दाम ₹1 से ₹2 कम हुए हैं।
डीजल के रेट्स भी राहत भरे रहे। दिल्ली में डीजल ₹88.30 प्रति लीटर मिल रहा है। मुंबई में डीजल ₹91.20, चेन्नई में ₹91.00 और कोलकाता में ₹90.30 प्रति लीटर बिक रहा है। पिछले महीने और अगस्त की शुरुआत के बीच ये रेट्स ₹1.10 से ₹2 कम हुए हैं।
एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में भी बदलाव देखने को मिला है। दिल्ली में 14.2 किलो के घरेलू LPG सिलेंडर की कीमत अगस्त में ₹915 पहुंच गई है, जो जुलाई की तुलना में ₹35 कम है। मुंबई, कोलकाता और अन्य शहरों में भी इसी तरह ₹20 से ₹35 की राहत मिली है।
क्यों कम हुए पेट्रोल, डीजल और एलपीजी के दाम?
अगस्त 2025 में वैश्विक कच्चे तेल के दाम में गिरावट दर्ज होने लगी है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड के भाव घटे हैं, जिससे भारतीय बाजार में भी फायदा मिला है। सरकार ने आयात शुल्क, एक्साइज ड्यूटी और राज्य टैक्स में आंशिक कटौती की है, जिससे कंपनियां रेट कम करने में सफल रही हैं।
इसके साथ ही मांग में आंशिक कमी, मानसून सीजन में ट्रांसपोर्ट लागत कम होना और रिफाइनरी सप्लाई के स्टॉक बढ़ने से भी रेट में राहत आई है। प्रधानमंत्री ने लोगों की आर्थिक हालात को देखते हुए राज्यों से मांग की थी कि वे टैक्स कम करें, जिसके बाद कई राज्यों ने VAT घटाया।
देश में पेट्रोलियम कंपनियां हर दिन रेट्स की समीक्षा करती हैं और जनता को सटीक व पारदर्शी मूल्य देने की कोशिश करती हैं। इस बार रेट्स की कमी पूरी तरह अंतरराष्ट्रीय ट्रेंड और सरकारी नीति से जुड़ी है।
अपने शहर का ताजा रेट कैसे पता करें?
देश के अलग-अलग शहरों में पेट्रोल, डीजल और LPG के रेट थोड़ा अलग होते हैं। दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, अहमदाबाद, बेंगलुरु, जयपुर, पटना, लखनऊ जैसे शहरों में आप सरकारी तेल कंपनियों, मोबाइल ऐप्स या SMS सेवाओं से रोज ताजा रेट चेक कर सकते हैं।
इन रेट्स में शामिल होता है बेस प्राइस, एक्साइज ड्यूटी, राज्य टैक्स और डीलर कमीशन। हर सुबह 6 बजे कंपनियां ताजा प्राइस अपडेट करती हैं।
ज्यादा जानकारी के लिए आप अपने शहर के पेट्रोल पंप या गैस एजेंसी से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और खरीदने से पहले रेट जरूर चेक करें। इससे आप किसी भी गलतफहमी या पुराने भाव से बच पाएंगे।
आम जनता को क्या फायदा?
रेट कम होने से आम आदमी के बजट पर सीधा असर पड़ता है। राहत भरी कीमत से घरेलू खर्च, ट्रांसपोर्ट, कृषि उत्पादन, औद्योगिक लागत, और अन्य छोटे बिजनेस को फायदा मिलता है। इसके साथ ही त्योहार के मौसम में लागत कम होगी और महंगाई पर भी कुछ हद तक नियंत्रण आएगा।
कम दामों वाली एलपीजी गैस से रसोई खर्च कम होने की उम्मीद है, जिससे परिवारों को राहत मिलेगी। व्यापार और ट्रांसपोर्ट सेक्टर में भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कमी का सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
निष्कर्ष
अगस्त 2025 में पेट्रोल, डीजल और एलपीजी के दामों में दर्ज राहत के साथ आम जनता को सस्ता ईंधन मिलना शुरू हुआ है। सरकार और कंपनियों के ताजा कदमों से अपने शहर में ताजा भाव जानकर समझदारी से खरीदारी करें।
मौजूदा सिलसिले से उम्मीद है, आगे भी वैश्विक स्तर पर तेल के दाम गिरने पर भारत में आम लोगों को राहत मिलती रहेगी। अपने दैनिक खर्च और परिवहन के लिए नये रेट्स की जानकारी रखकर बजट का सही प्रबंधन करें।