घर/प्लॉट खरीद रहे हैं? रजिस्ट्री का खर्च ऐसे करें कैलकुलेट Land Registry Expenses Calculation

Published On: August 20, 2025
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घर या प्लॉट खरीदते समय सबसे जरूरी कदमों में से एक है उसका रजिस्ट्रेशन करना। रजिस्ट्री की प्रक्रिया में आपको जो सबसे ज्यादा खर्च करना होता है, वह है स्टाम्प ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन शुल्क। ये दोनों खर्च आपके प्रॉपर्टी की कीमत और लोकेशन पर निर्भर करते हैं। इस लेख में हम आसान भाषा में बताएंगे कि कैसे आप घर या प्लॉट खरीदते समय रजिस्ट्री का खर्च कैलकुलेट कर सकते हैं।

रजिस्ट्री शुल्क का सही अनुमान लगाने से आपको भविष्य में अनावश्यक आर्थिक दबाव से बचाने में मदद मिलेगी। साथ ही, होम लोन के लिए आवेदन करते समय भी आपको इन खर्चों का ध्यान रखना चाहिए ताकि पूरा खर्च सही तरीके से कवर हो सके। तो चलिए जानते हैं मुख्य बातें, कैलकुलेशन का तरीका, और अलग-अलग राज्यों में ये कितना होता है।

घर/प्लॉट खरीद रहे हैं? रजिस्ट्री का खर्च ऐसे करें कैलकुलेट

घर या जमीन के रजिस्ट्री में सबसे बड़ा खर्च होता है स्टाम्प ड्यूटी। स्टाम्प ड्यूटी वह टैक्स है जो सरकार आपकी संपत्ति के मूल्य के अनुसार लगाती है। इसकी दर प्रत्येक राज्य में अलग-अलग होती है, जो आमतौर पर संपत्ति की मार्केट वैल्यू का 3% से 10% तक हो सकती है। इसके अलावा, एक अलग खर्च होता है जिसे हम रजिस्ट्रेशन शुल्क कहते हैं, जो अधिकतर राज्यों में कुल मूल्य का लगभग 1% होता है।

रजिस्ट्री के खर्च में शामिल होते हैं:

  • स्टाम्प ड्यूटी (Stamp Duty): संपत्ति के कुल मूल्य का 3-10% तक।
  • रजिस्ट्रेशन शुल्क (Registration Fee): संपत्ति का लगभग 1%।
  • अन्य खर्च: जैसे वकील की फीस, फोटोकॉपी, बायोमेट्रिक सत्यापन, कोर्ट फीस आदि।

स्टाम्प ड्यूटी पर कुछ महत्वपूर्ण बातें:

  • महिलाओं को अक्सर पुरुषों की तुलना में कम स्टाम्प ड्यूटी देनी होती है।
  • प्रॉपर्टी की लोकेशन (शहर या गांव), उसका उपयोग (आवासीय या व्यावसायिक), प्रॉपर्टी का प्रकार, और मालिक की आयु व लिंग के आधार पर यह दर अलग हो सकती है।

कैलकुलेशन का आसान तरीका

अगर आप जानना चाहते हैं कि आपकी प्रॉपर्टी के लिए रजिस्ट्री का खर्च कितने रुपए होगा, तो आपकी प्रॉपर्टी की कीमत के आधार पर ये कैलकुलेशन किया जाता है। मान लीजिए आपने 50 लाख रुपये की प्रॉपर्टी खरीदी है।

  • स्टाम्प ड्यूटी: मान लीजिए 6% (राज्य अनुसार अलग होता है)
  • रजिस्ट्रेशन शुल्क: 1%

तो स्टाम्प ड्यूटी = 50,00,000 × 6% = 3,00,000 रुपये
रजिस्ट्रेशन शुल्क = 50,00,000 × 1% = 50,000 रुपये

आपका कुल खर्च होगा 3,50,000 रुपये।

नीचे दिए गए टेबल में आप अलग-अलग राज्यों में स्टाम्प ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन शुल्क की सामान्य दरें देख सकते हैं।

राज्य (State)स्टाम्प ड्यूटी (Stamp Duty)रजिस्ट्रेशन शुल्क (Registration Fee)
दिल्ली4% से 6%1%
उत्तर प्रदेश6% से 7% (महिला को कम दर लगती है)1%
महाराष्ट्र5%1%
गुजरात4.9%1%
तमिलनाडु7%1%
पश्चिम बंगाल7% से 8%1%
केरला8%1%
राजस्थान5% से 6%1%

रजिस्ट्री खर्च कैलकुलेशन का महत्व

  • इस खर्च की जानकारी रहने से आप अपने बजट के अनुसार तैयारी कर पाते हैं।
  • होम लोन लेने के समय पूरी राशि को ध्यान में रख पाना आसान होता है।
  • सरकार द्वारा स्थापित सही शुल्क देने से भविष्य में कानूनी परेशानी से बचाव होता है।

रजिस्ट्री करने के लिए जरूरी दस्तावेज़ और प्रक्रिया

  • बिक्री विलेख (Sale Deed)
  • पहचान पत्र (जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड)
  • बिक्री की संपूर्ण डिटेल्स और भुगतान की रसीद
  • दोनों पक्षों की उपस्थिति और दो गवाहों की मौजूदगी जरूरी होती है
  • दस्तावेज की पावती के रूप में आपको पावती रसीद मिलती है

रजिस्ट्री लागत में अतिरिक्त खर्चे भी होते हैं

  • वकील या एजेंट की फीस: लगभग ₹3,000 से ₹15,000 तक
  • डॉक्यूमेंट प्रिपरेशन के खर्चे
  • बायोमेट्रिक सत्यापन और अन्य ऑफिसियल फीस

रजिस्ट्री खर्च कैसे घटाएं?

  • महिला नामित व्यक्ति की प्रॉपर्टी खरीदें क्योंकि कई राज्यों में महिला खरीदार को कम स्टाम्प ड्यूटी का लाभ मिलता है।
  • सरकारी साइट पर उपलब्ध कैलकुलेटर से शुल्क की जांच कर लें।
  • ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों विकल्पों की तुलना करें क्योंकि ऑनलाइन फीस में छूट भी मिल सकती है।

निष्कर्ष

घर या प्लॉट खरीदने के समय रजिस्ट्री शुल्क और स्टाम्प ड्यूटी का सही कैलकुलेशन करना बहुत जरूरी है। यह अंदाजा आपको आर्थिक रूप से तैयार करता है और भविष्य में किसी भी झंझट से बचाता है। प्रत्येक राज्य की स्टाम्प ड्यूटी अलग होती है, इसलिए यह जरूरी है कि आप अपने राज्य के अनुसार सही सूचना ही लें। सरकारी वेबसाइटों पर अक्सर स्टाम्प ड्यूटी कैलकुलेटर और रजिस्ट्रेशन शुल्क की जानकारी उपलब्ध होती है, जिनसे आप सही गणना कर सकते हैं।

Disclaimer:

यह लेख सरकारी सूत्रों जैसे विभागीय वेबसाइटों से प्राप्त सामान्य जानकारी पर आधारित है। रजिस्ट्री का खर्च और नियम राज्य सरकारों द्वारा समय-समय पर बदल सकते हैं। अतः प्रॉपर्टी रजिस्ट्री कराने से पहले संबंधित प्रांत या नगर निगम की सरकारी आधिकारिक वेबसाइट से नवीनतम जानकारी अवश्य जांच लें। यह लेख केवल सामान्य मार्गदर्शन के लिए है, इसका उपयोग कानूनी सलाह के रूप में न करें।

Chetna Tiwari

Chetna Tiwari is an experienced writer specializing in government jobs, government schemes, and general education. She holds a Master's degree in Media & Communication and an MBA from a reputed college based in India.

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