बोर्ड परीक्षाएं छात्रों के लिए सबसे अहम पड़ाव होती हैं। हर साल लाखों छात्र 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा देते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए 2026 की बोर्ड परीक्षाओं में कुछ बड़े और जरूरी बदलाव किए जा रहे हैं। इन बदलावों का मकसद छात्रों के लिए परीक्षा प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी, अनुशासित और छात्र-मित्रवत बनाना है।
इस बार बोर्ड परीक्षा में तीन प्रमुख बदलावों की घोषणा की गई है, जो न केवल छात्रों की तैयारी पर असर डालेंगे बल्कि स्कूल प्रशासन के लिए भी नए नियम तय करेंगे। खास बात यह है कि ये बदलाव देश के सभी केंद्रीय और राज्य बोर्डों के लिए लागू होंगे।
आइए जानें बोर्ड एग्जाम 2026 में किए जा रहे इन बदलावों के बारे में विस्तार से, ताकि छात्र, अभिभावक, और स्कूल पूरी तैयारी के साथ नई नियमावली का पालन कर सकें।
बोर्ड एग्जाम 2026 में 3 बड़े बदलाव – पूरी डिटेल
1. बोर्ड परीक्षा में 75% अटेंडेंस (उपस्थिति) जरूरी होगी
2026 से 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा में शामिल होने के लिए छात्रों की कम से कम 75% उपस्थिति अनिवार्य कर दी गई है। यदि किसी छात्र की उपस्थिति 75% से कम होगी तो उसे बोर्ड परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं मिलेगी।
- यह नियम छात्रों में नियमित पढ़ाई सुनिश्चित करने के लिए है।
- स्कूलों को रोजाना छात्र की उपस्थिति का रिकॉर्ड रखना होगा, जिसमें कक्षा शिक्षक और प्रधानाचार्य के हस्ताक्षर जरूरी होंगे।
- उपस्थिति फर्जीवाड़ा या गड़बड़ी पाया गया तो छात्र को परीक्षा से बाहर किया जा सकता है और स्कूल की मान्यता भी खतरे में पड़ेगी।
यह नियम परीक्षा के अनुशासन को बढ़ावा देने के लिए लागू किया गया है ताकि डमी छात्रों और डमी स्कूलों को रोका जा सके।
2. 10वीं बोर्ड परीक्षा साल में दो बार होगी
2026 से 10वीं की बोर्ड परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाएगी। इस नए सिस्टम के तहत पहली परीक्षा फरवरी में होगी और दूसरा एग्जाम मई-जून में।
- पहली परीक्षा में शामिल होना सभी के लिए अनिवार्य होगा।
- दूसरी परीक्षा वैकल्पिक होगी, जिसका उद्देश्य छात्रों को अपने अंकों में सुधार या बेहतर प्रदर्शन का मौका देना है।
- दोनों परीक्षाओं का परिणाम अलग-अलग मिलेगा, लेकिन फाइनल सर्टिफिकेट में जो अधिकतम अंक होंगे वही जोड़े जाएंगे।
- इससे छात्रों पर परीक्षा का तनाव कम होगा और वे दोनों परीक्षाओं में तैयारी बेहतर कर पाएंगे।
3. परीक्षा फीस में वृद्धि और APAAR ID अनिवार्य
- 2026 से परीक्षा फीस में थोड़ी वृद्धि की गई है ताकि परीक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाया जा सके।
- प्रत्येक छात्र के लिए APAAR ID अनिवार्य कर दी गई है, जो स्कूल रिकॉर्ड से जुड़ी होती है।
- यह ID छात्रों की पहचान और रिकॉर्ड की पारदर्शिता के लिए जरूरी है।
- साथ ही कुछ बोर्डों ने डिजिटल और AI पावर्ड सेंटर बनाकर परीक्षा और अध्ययन को टेक्नोलॉजी के साथ जोड़ने की शुरुआत की है।
बोर्ड एग्जाम 2026 के बड़े बदलावों का सारांश – टेबल में देखें
बदलाव का नाम | मुख्य बिंदु |
75% अटेंडेंस (उपस्थिति) अनिवार्यता | बोर्ड परीक्षा के लिए कम से कम 75% हाजिरी जरूरी होगी |
10वीं बोर्ड परीक्षा दो बार | साल में पहली बार फरवरी, दूसरी बार मई-जून में होगी |
दूसरी परीक्षा का विकल्प | पहली परीक्षा अनिवार्य, दूसरी परीक्षा वैकल्पिक |
परीक्षा फीस में वृद्धि | परीक्षा फीस में मामूली बढ़ोतरी |
APAAR ID की अनिवार्यता | हर छात्र के लिए APAAR ID जरूरी, जो स्कूल रिकॉर्ड से जुड़ी |
AI और डिजिटल परीक्षा केंद्र | टेक्नोलॉजी आधारित नए सेंटर स्थापित |
आंतरिक मूल्यांकन की पद्धति बदलाव | आंतरिक असेसमेंट अब साल में केवल एक बार होगा |
उपस्थिति गड़बड़ी पर सख्त कार्रवाई | फर्जी उपस्थिति पाए जाने पर छात्र को परीक्षा से बाहर किया जाएगा |
बोर्ड एग्जाम 2026 के बदलावों के फायदे और चुनौतियां
फायदे
- छात्रों की पढ़ाई में नियमितता आएगी और वे कम छोड़ेंगे।
- साल में दो बार परीक्षा होने से छात्रों को बेहतर प्रदर्शन का मौका मिलेगा।
- परीक्षा में तनाव कम होगा क्योंकि दूसरा प्रयास और विकल्प मिलेगा।
- परीक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता और अनुशासन बढ़ेगा।
- डिजिटल और AI पावर्ड सेंटर से पढ़ाई और परीक्षा की प्रक्रिया बेहतर होगी।
चुनौतियां
- 75% अटेंडेंस का नियम कुछ छात्रों के लिए मुश्किल हो सकता है, जो स्वास्थ्य या अन्य कारण से स्कूल नहीं जा पाते।
- साल में दो बार परीक्षा देने से कुछ छात्रों को अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ेगी।
- फीस बढ़ोतरी से कुछ परिवारों को आर्थिक बोझ महसूस हो सकता है।
- स्कूलों को उपस्थिति और रिकॉर्डिंग के मामले में कड़े नियमों को फॉलो करना होगा।
2026 बोर्ड परीक्षा में क्या-क्या ध्यान रखें?
- परीक्षा में बैठने के लिए अपने स्कूल में 75% हाजिरी पूरी करें।
- 10वीं बोर्ड के लिए साल में दो बार परीक्षा होगी, इसलिए दोनों की तैयारी अच्छे से करें।
- APAAR ID को सुनिश्चित करना न भूलें, जो आपकी स्कूल और बोर्ड रिकॉर्ड के लिए ज़रूरी है।
- परीक्षा फीस समय पर जमा करें, ताकि रजिस्ट्रेशन में कोई समस्या न हो।
- स्कूल से लगातार जानकारी लेते रहें, ताकि किसी नए नोटिस या बदलाव से जुड़े अपडेट मिलते रहें।
निष्कर्ष और डिसक्लेमर
बोर्ड परीक्षा 2026 में ये बड़े बदलाव बिल्कुल सरकारी आदेश और आधिकारिक नियम हैं। इन बदलावों का मकसद शिक्षा व्यवस्था को और अधिक अनुशासित, पारदर्शी और छात्रहितैषी बनाना है।
डिसक्लेमर:
यह स्कीम या नियम एक सरकारी पॉलिसी है और पूरी तरह से असली है। ये घोषणा सीबीएसई और अन्य केंद्रीय शिक्षा बोर्डों की आधिकारिक वेबसाइट से प्राप्त सरकारी सूचना पर आधारित है। स्थानीय अफवाहों या सोशल मीडिया के गलत प्रचार से बचें। हमेशा सरकारी वेबसाइट से ही नयी अपडेट लें।
इसलिए, छात्रों और अभिभावकों को चाहिए कि वे बोर्ड परीक्षा की तैयारी के साथ-साथ इन नए नियमों का पालन भी करें ताकि परीक्षा में कोई रुकावट न आए और परिणाम बेहतर हो।